श्री भरत मंदिर इंटर कॉलेज के दो दिवसीय वार्षिक उत्सव व खेलकूद कार्यक्रम का क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान डॉ अग्रवाल ने विद्यालय में इनडोर जिम के लिए 05 लाख रुपए विधायक निधि से देने की घोषणा भी की। इस दौरान स्वागत गान, गढ़वाली, कुमाउनी गीतों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति विद्यालयी बच्चों द्वारा दी गयी।
शुक्रवार को विद्यालय प्रांगण पर आयोजित वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में डा. अग्रवाल ने शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालय के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर डा. अग्रवाल ने विद्यालय के मेधावी छात्रों को पुरस्कृत कर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि शिक्षा का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, शिक्षा से व्यक्ति का भौतिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित होता। व्यक्तित्व के निर्माण के लिए भी शिक्षा नितांत आवश्यक रहती है। शिक्षा और संस्कार मनुष्य के जीवन के दो कीमती उपहार है, जो व्यक्ति के जीवन की दिशा और दशा दोनों बदल देते है। उन्होंने कहा कि जब मनुष्य में शिक्षा और संस्कार दोनों का विकास होता है, तभी वह परिवार, समाज और देश का विकास कर सकता है। हमारी शिक्षा केवल किताबी ज्ञान तक ही सीमित न रहे, बल्कि अच्छी शिक्षा के साथ-साथ हमारा चारित्रिक विकास भी सुनिश्चित हो, इस दिशा में ध्यान दिये जाने पर भी उन्होंने बल दिया। इसमें माता-पिता और गुरुजनों का अहम योगदान रहता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि माता-पिता और शिक्षकों का यह कर्तव्य होना चाहिए कि बच्चों को सदा सच्चाई के मार्ग पर चलना सिखाएं। उन्हें सहनशील, कर्तव्यनिष्ठ बनाएं तथा सभी से प्रेम पूर्वक आत्मीयता का व्यवहार करना सिखाएं। क्योंकि मनुष्य अपने जीवन में जो डिग्री हासिल करता है वह सिर्फ एक कागज का टुकड़ा मात्र है, जबकि व्यक्ति की असली डिग्री उसके संस्कार हैं, जो उसके व्यवहार में झलकते हैं। प्राचीन काल से ही भारत में संस्कारों का पाठ पढ़ाया जाता रहा है। डा. अग्रवाल ने शिक्षकों से अपेक्षा की कि बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दें। देश के कल का भविष्य तैयार करने की बड़ी जिम्मेदारी शिक्षकों के ही कंधों पर है। शिक्षक किसी भी विद्यार्थी के जीवन को प्रकाश एवं उन्नति से आलोकित करने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम है। उनके मार्गदर्शन में ही छात्र साधारण से असाधारण की यात्रा करने में सफल होता है।
डा. अग्रवाल ने कहा कि भारत प्राचीनकाल से ही विश्व गुरू रहा है और आज का नया भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पुनः विश्व गुरु का स्थान प्राप्त करने के लिए पूरी शक्ति के साथ शिक्षा सहित हर क्षेत्र में विकास की दिशा में अग्रसर है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में देश को आज नई शिक्षा नीति प्राप्त हुई है। उत्तराखण्ड राज्य में इस नीति को लागू कर दिया गया है। जो हमारे लिये गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति से सभी वर्ग के लोगों को समानता के आधार पर शिक्षा प्राप्त करने के अवसर मिलेंगे तथा स्कूल स्तर पर युवाओं के कौशल विकास में सहायता प्राप्त होगी। इस नीति से शोध एवम अनुसंधान को बढ़ावा मिलने के साथ ही युवा पीढ़ी को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में युवाओं के भविष्य की बेहतरी के लिये विशेष रोड मैप तैयार किया जा रहा है। इसके आधार पर उत्तराखण्ड सरकार राज्य के युवाओं को प्रत्येक स्तर पर उनके सपने साकार करने में सहायता प्रदान करने का हर संभव प्रयास कर रही है।
डा. अग्रवाल ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए हम शीघ्र ही एक विकसित भारत बनाने में अवश्य सफल होंगे। इस वर्ष देश में आयोजित हुये जी-20 सम्मेलन से पूरी दुनिया भारत के सामर्थ्य और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित हुई है। आज विश्व मंच पर भारत की बात सुनी जाती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कुशल नेतृत्व में नये भारत का मॉडल तैयार हुआ है तथा 2047 तक विकसित भारत की संकल्पना साकार करने की दिशा में मजबूती के साथ कदम बढाये जा रहे है।
इस मौके पर पूर्व पालिकाध्यक्ष दीप शर्मा, समाजसेवी वचन पोखरियाल, व्यापारी नेता अखिलेश मित्तल, मण्डल अध्यक्ष सुमित पंवार, प्रधानाचार्य मेजर गोविंद सिंह रावत, महामंत्री नितिन सकसेना, श्री भरत मंदिर के वरुण शर्मा, मेजर एमसी त्यागी, आरपी सिंह, नागेश राजपूत, राम प्रकाश जोशी, डीपी सिंह, अशोक रस्तोगी, रमेश गवाड़ी, शम्भू प्रसाद जुगलान, के एल दीक्षित, राजेन्द्र प्रसाद पांडेय, राम कृपाल गौतम, जिला उपाध्यक्ष दिनेश सती, रूपेश गुप्ता, उप प्रधानाचार्य यमुना प्रसाद त्रिपाठी, कैप्टन लखविंदर सिंह, रंजन अंथवाल, अभिनव पाल, सुनील थपलियाल सहित सैकड़ों की संख्या में विद्यालयी बच्चें, अभिभावक आदि उपस्थित रहे।