देहरादूनः उत्तराखंड कांग्रेस में बगावत की आग फैल रही है। करन सिंह माहरा को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और यशपाल आर्य को नेता प्रतिपक्ष बनाने के बाद से ही पार्टी में विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। गढ़वाल की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। इस कड़ी में कल (बुधवार) को कांग्रेस नेताओं की बड़ी बैठक होने जा रही है। खबर है कि इस बैठक के बाद पार्टी के कई विधायक इस्तीफा देने वाले है। मीडिया रिपोर्टस की माने तो कांग्रेस के 10 विधायक पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी में शामिल हो सकते है। कांग्रेस में मचे घमासान ने सियासी पारा गरम कर दिया है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार यशपाल आर्य के नेता प्रतिपक्ष बनने और करन के प्रदेश अध्यक्ष बनने से सब नाराज हैं। जिसको लेकर देहरादून में बुधवार को बैठक हो सकती हैं। बताया जा रहा है कि करीब 10 विधायक कल देहरादून में गोपनीय बैठक करेंगे। इस बैठक में विधायक हरीश धामी, मनोज तिवारी,मदन बिष्ट, मयूख महर , खुशाल सिंह अधिकारी, ममता राकेश , विक्रम नेगी, राजेंद्र भंडारी शामिल हो सकते। बैठक के बाद 2016 की तरह ही एक बार फिर कांग्रेस में बड़ा दलबदल देखने को मिल सकता है। माना जा रहा 5 कुमाऊं और 3 गढ़वाल के कांग्रेस विधायक बीजेपी के संपर्क में हो सकते है।जबकि 2 विधायको का नाम साफ नहीं हो सका है,सभी कांग्रेस का साथ छोड़ बड़ा झटका दे सकते है।
गौरतलब है कि कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश में क्षेत्रीय समीकरण साधने की परंपरा को तोड़ते हुए इस बार प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष दोनों ही कुमाऊं से बनाए हैं। इसके साथ ही नेता उपसदन की जिम्मेदारी भी कुमाऊं से आने वाले भुवन कापड़ी को दी गई है। कांग्रेस हाईकमान के इस फैसले को राजनीतिक गलियारों में गढ़वाल की अनदेखी माना जा रहा है। इसी को देखते हुए कांग्रेस के अंदर ही इसे लेकर असंतोष दिख रहा है. कांग्रेस में हुई नियुक्तियों के बाद प्रीतम सिंह खेमा नाराज दिख रहा है। अलग-अलग जिलों में इसे लेकर इस्तीफों का दौर भी शुरू हो गया है। नेता इस फैसले को गढ़वाल की अनदेखी बता रहे हैं।