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देहरादून:उत्तराखंड कांग्रेस में बड़ी उथल-पुथल देखने को मिल सकती है, दरअसल कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह अपनी उपेक्षा से नाराज हजारों कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा का दामन थाम सकते हैं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रीतम सिंह और उनके कई साथी भाजपा के संपर्क में है।
एक ओर जहां कांग्रेस को हर जगह पर हार का मुंह देखना पड़ रहा है,वहीं उत्तराखंड में बड़ी गुटबाजी भी इस विधानसभा चुनाव में देखने को मिली,नतीजा यह रहा कि भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ उत्तराखंड में सरकार बनाई,इतिहास में यह भी दर्ज हुआ कि बिना नेता प्रतिपक्ष के ही सदन चला, क्योंकि कांग्रेस अपने नेता प्रतिपक्ष को ही घोषित नहीं कर पाई, लंबी जद्दोजहद और खींचतान के बाद कांग्रेस ने नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष के नाम घोषित किए लेकिन गढ़वाल मंडल को कांग्रेस ने पूरी तरह से दरकिनार कर दिया, इसके साथ ही लगातार 6 बार विधायक जीतकर आ रहे प्रीतम सिंह को भी कांग्रेस ने वरीयता नहीं दी, यही कारण है कि इस समय प्रीतम सिंह और उनके समर्थक कांग्रेस हाईकमान से नाराज नजर आ रहे हैं, जैसे ही कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के नामों की घोषणा की उसके बाद से लगातार कांग्रेस के पदाधिकारियों के इस्तीफे का दौर जारी है,अभी तक लगभग 70 से अधिक कांग्रेस के पदाधिकारी इस्तीफा दे चुके हैं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह अपने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ बहुत जल्द कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
प्रीतम सिंह एक ऐसा नाम रहा है जिस पर आज तक किसी भी तरह का कोई भी आरोप नहीं लगा है,जबकि प्रीतम सिंह दो बार कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं, प्रीतम सिंह बेदाग छवि के नेता बताए जाते हैं, ऐसे में उनकी उपेक्षा कांग्रेस के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को हजम नहीं हो रहा है, प्रीतम सिंह की उपेक्षा कहीं कांग्रेस के ताबूत में कील ना ठोक दे।
आपको बता दें कि बीते दिनों प्रीतम सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मुलाकात इन चर्चाओं को और हवा दे रही है खैर अब देखना यह होगा कि क्या वाकई प्रीतम सिंह कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होते हैं या नहीं।
