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ऋषिकेश:तपोवन क्षेत्र के कुछ होटल और रेस्टोरेंटों में मांस और मदिरा परोसे जाने पर स्थानीय लोगों के साथ अब संतों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है,क्षेत्र में मांस और मदिरा पर प्रतिबंध लगाने को लेकर स्थानीय लोगों के द्वारा शुक्रवार को तपोवन नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है।
ऋषिकेश के तपोवन क्षेत्र में बड़ी संख्या के पर्यटक राफ्टिंग,कैंपिंग के साथ कई तरह के एंजॉय के लिए पंहुचते हैं,स्थानीय लोगों और संतों का आरोप है की पर्यटकों को कुछ होटल और रेस्टोरेंट संचालकों के द्वारा मांस और मदिरा परोसा जाता है,जिस कारण क्षेत्र की धार्मिकता समाप्त होती जा रही है,संत रामदास ने कहा की अगर समय रहते इसपर रोक नहीं लगाई गई तो वो दिन दूर नहीं जब संत यहां पर प्रवास के लिए आना ही बंद कर देंगे,उन्होंने कहा की इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए और तथाकथित होटलों और रेस्टोरेंटों पर कार्यवाही करते हुए इसे तत्काल रोकना चाहिए।
आपको बता दें की तपोवन क्षेत्र सनातन धर्म का महत्त्वपूर्ण केंद्र है यहां पर प्राचीन भगवान लक्ष्मण का मंदिर और आस्था का प्रतीक विश्वख्यात लक्ष्मणझूला पुल,भगवान शेषनाथ का प्राचीन स्थान शेषधारा, कैलाशानंद मिशन ट्रस्ट का मंदिर सहित कई धार्मिक स्थान हैं।यही कारण है की देश के कोने कोने से यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पंहुचते हैं।