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ऋषिकेश – आज काले की ढाल स्थित संजय झील का कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने संजय झील के पानी को पीया और इसे पर्यटन की दृष्टि से ऋषिकेश की पहचान बताया। उन्होने कहा की एक मांह के भीतर संजय झील पर्यटकों के लिए तैयार हो जाएगा।
शनिवार को डीएफओ नीतीश मणि त्रिपाठी ने निरीक्षण के दौरान कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल को बताया कि संजय झील से लगभग कूड़ा बाहर निकाल लिया गया है। घास भी अधिकांश काट ली गयी है। बताया कि झील के चारों ओर राहगीरों के लिए बैठने, आवागमन हेतु मार्ग, तार बाड़ किया जा रहा है।
इस मौके पर मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने झील में आ रहे गन्दे पानी को रोकने के लिए नामामि गंगे के अधिकारियों से दूरभाष पर निर्देश दिए। कहा कि संजय झील उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है, इसकी सुंदरता में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतनी है। इस अवसर पर उन्होंने झील का पानी का आचमन भी किया। कहा कि झील का पानी मीठा और पूरी तरह से स्वच्छ है। पर्यटन की नज़र से संजय झील ऋषिकेश की नई इबारत लिखने जा रहा है। उन्होने कहा कि 85 लाख रुपए से निर्मित संजय झील जल्द ही अपने स्वरूप में दिखाई देगी।
देहरादून वन प्रभाग के डीएफओ नीतीश मणि त्रिपाठी ने बताया कि झील के सौंद्रीयकरण का कार्य शुरू हो चुका है, पहले चरण में बजट की स्वीकृति मिलने के बाद वाकिंग ट्रेल,टॉयलेट और पर्यटकों के बैठने के लिए बेंच लगाई जा चुकी हैं,झाड़ियों कटान कर दिया गया है, उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण में झील में पानी को स्टोर किया जाएगा, झील की गहराई के आधार पर इस झील में वोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा सकती है।इसको लेकर भी विचार किया जा रहा है।