Nitya Samachar UK
Rishikesh: G-20 की बैठक में शामिल होने वाले विदेशी मेहमानों के लिए आयोजित गंगा आरती संपन्न हो जाने के चंद घंटे के अंदर ही त्रिवेणी घाट पर भीड़ उमड़ पड़ी। यहां सजावट के लिए लगाए गए गुलदस्ते और अन्य सामान लोग उठाकर ले गए। किसी तरह से पुलिसकर्मियों ने त्रिवेणी घाट को खाली कराया। प्रशासन को रात में त्रिवेणी घाट को बंद करना पड़ा।
विदेशी मेहमानों के लिए आयोजित गंगा आरती के दौरान त्रिवेणी घाट को आम श्रद्धालुओं के लिए बंद रखा गया था। बुधवार की रात्रि करीब 9:30 बजे सभी मेहमान यहां से वापस नरेंद्र नगर होटल लौट गए थे। त्रिवेणी घाट को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। सैकड़ों लोग की भीड़ त्रिवेणी घाट पहुंच गई। आरती पंडाल, भोजन पंडाल व आसपास क्षेत्र को रंग बिरंगी लाइट, गुलदस्तों और एलईडी दीपों से सजाया गया था।
त्रिवेणी घाट को खोलने के पीछे प्रशासन की यह मंशा थी कि स्थानीय लोग इन यादगार क्षणों को देखेंगे और अपने अपने मोबाइल कैमरे में कैद करेंगे, लेकिन हुआ इसके उलट। कुछ ही देर के भीतर यहां सब कुछ बिखरा हुआ था। गुलदस्ते और फूलों की लड़ियां गायब हो चुकी थी। नीचे फर्श पर फूल और पत्तियां बिखरी हुई थी। जिलाधिकारी सोनिका यहां से जा चुकी थी। जब उन्हें इस तरह की शिकायत मिली तो उन्होंने उपजिलाधिकारी सौरभ असवाल को आवश्यक निर्देश दिए। उपजिलाधिकारी और त्रिवेणी घाट चौकी प्रभारी विनोद कुमार, कोतवाली से वरिष्ठ उपनिरीक्षक डीपी काला भी यहां पहुंचे। पुलिस की मदद से पूरे घाट को खाली करा दिया गया। आयोजन से जुड़ी एजेंसी का सारा सामान यहां बिखरा हुआ था। पूरी रात सामान समेटने में लगा। सुबह त्रिवेणी घाट को आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया।
त्रिवेणी घाट फिर बन गया चौपाटी
विदेशी मेहमानों के लिए आयोजित गंगा आरती के दौरान बुधवार की शाम जो त्रिवेणी घाट अपनी भव्यता को अपने में समेटे हुए था, उसका नजारा गुरुवार की शाम बिल्कुल बदला हुआ था। पहले कि तरह यहां जगह-जगह फर्श पर स्टाल सजा दिए गए थे। प्लास्टिक की कैन, फूलों की बिक्री, खिलौनों व खाने पीने की वस्तुओं के स्टाल यहां सज चुके थे। पूरे त्रिवेणी घाट पर जगह-जगह दुकानें लग चुकी थी। इन्हें रोकने वाले जिम्मेदार लोग दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहे थे।