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ऋषिकेश:शहर की व्यस्ततम सड़क पर संदिग्ध परिस्थितियों में एक जिंदा नवजात के मिलने से सनसनी फैल गई। खून से लथपथ नवजात को देखने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान नवजात कुछ देर के लिए संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। कुछ देर बाद नवजात के एक निजी चिकित्सालय में भर्ती होने की जानकारी मिली। जहां नवजात की हालत खतरे से बाहर बताई गई है। फिलहाल मामले में पुलिस और महिला आयोग ने अपनी जांच शुरू कर दी है।
बुधवार की दोपहर शहर की व्यस्त रहने वाली एक रोड के किनारे जिंदा नवजात को खून से लथपथ लोगों ने देखा। यह खबर शहर में आग की तरफ फैलती चली गई। कुछ ही देर में घटनास्थल पर भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में नवजात मौके से लापता हो गया। कुछ देर बाद खबर मिली कि नवजात एक निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया है। जहां डॉक्टर ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है। सूचना मिलते ही महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल क्लीनिक में पहुंची। उन्होंने डॉक्टरों से नवजात के बारे में जानकारी हासिल की। कुसुम कंडवाल ने बताया कि मामले की जांच के निर्देश पुलिस को दे दिए गए हैं कि आखिरकार नवजात को जन्म देने के बाद सड़क पर क्यों और किसने फेंका है। फिलहाल नवजात की मां का पता चल गया है। उसको भी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुसुम कंडवाल ने बताया कि यह शर्मसार करने वाली घटना है। इसका समाज में गलत संदेश जा रहा है। इसलिए इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो इसके लिए ऐसे मामले की गहनता से जांच की जानी जरूरी है।
कोतवाल खुशीराम पांडे ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। सूत्रों के मुताबिक नवजात की मां अभी अविवाहित है। बता दें कि इस शर्मसार करने वाली घटना के बाद से शहर में तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है।