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ऋषिकेश: बस अड्डा परिसर में बस मालिक भरत सिंह भंडारी की हुई संदिग्ध मौत का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मृतक के भाई विक्रम सिंह भंडारी की तहरीर मिलने पर मामले में मुकदमा दर्ज कर गैर इरादतन हत्या के आरोप में धाम सिंह रावत को गिरफ्तार किया है।
कोतवाल राजेंद्र सिंह खोलिया ने बताया कि 8 जुलाई की सुबह बस अड्डा परिसर में बस मालिक भरत सिंह भंडारी का शव मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था और मौके से फॉरेंसिक की टीम को बुलाकर नमूने भी उठाए थे। पुलिस ने मामले में हत्या और हादसे के बीच की जांच को शुरू किया और मृतक के दो साथियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। जिन्होंने बताया कि वह देर रात तक बस अड्डा परिसर में खड़ी बस के छत पर बैठकर शराब पीते रहे। इस दौरान किसी बात को लेकर धाम सिंह रावत और भरत सिंह भंडारी के बीच बहस हो गई और अचानक धाम सिंह का हाथ भरत सिंह भंडारी को लगा और वह डिस बैलेंस होकर बस के छत से नीचे गिर गया। इसके बाद धाम सिंह रावत डर की वजह से मौके से चला गया और कुछ देर बाद बस के अंदर जाकर सारी रात बैठा रहा। सुबह उसने घटना की जानकारी बस के दूसरे मलिक को दी। जिसके बाद मौके पर लोग इकट्ठे हो गए,
कोतवाल ने बताया कि अभी तक की पूछताछ और जांच में यही पता चला है कि धाम सिंह रावत का भरत सिंह भंडारी को मारने का कोई इरादा नहीं था। इसलिए पुलिस ने धाम सिंह रावत के खिलाफ गैर इरादतन हत्या करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है। जिसे कोर्ट के आदेश पर जेल भेजा जा रहा है।