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ऋषिकेश:अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश के आवासीय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को धत्ता बताते हुए चोरों ने यहां तैनात एक असिस्टेंट प्रोफेसर के फ्लैट में दिनदहाड़े चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। वारदात उस वक्त हुई जब सुबह आठ बजे असिस्टेंट प्रोफेसर और उनकी पत्नी हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट में तैनात चिकित्सा ड्यूटी पर गए थे। चोर घर के भीतर से करीब 10 लाख रुपये के जेवर और 40 हजार नकदी चुरा ले गए। पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की। यहां लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की जांच की जा रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एम्स ऋषिकेश में असिस्टेंट प्रोफेसर डा.अशोक सिंह पैथोलाजी विभाग में कार्यरत है। उनकी पत्नी डा. रश्मि हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट में प्रसूति एवं महिला रोग विभाग तैनात है। बुधवार की सुबह आठ बजे चिकित्सक दंपती अपनी अपनी ड्यूटी पर चले गए, उनकी छोटी बिटिया स्कूल चली गई। एम्स के आवासीय परिसर में चिकित्सक दंपति का सातवीं मंजिल में फ्लैट है। दोपहर 12 बजे घर में काम करने वाली नौकरानी जब फ्लैट पर पहुंची तो दरवाजे में ताला नजर नहीं आया। उन्होंने डा. अशोक को इस बात की सूचना दी। भीतर जाकर देखा तो दोनों कमरों के भीतर सामान बिखरा हुआ था। अलमारी और उसके लाकर तोड़ दिए गए थे।
सूचना पाकर एम्स पुलिस चौकी से चौकी प्रभारी मनवर सिंह नेगी और एम्स के सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे। पुलिस के अनुसार चिकित्सक दंपति से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि घर के भीतर से करीब 40 हजार रुपये नकद 8 से 10 लाख के बीच जेवर चोरी हुए हैं। चिकित्सक की ओर से पुलिस को शिकायत दे दी गई है।
चौकी प्रभारी ने बताया कि आसपास सीसीटीवी कैमरा की जांच की गई है, कुछ कैमरे खराब है। लिफ्ट के भीतर भी कैमरे की फुटेज देखी जा रही है। बता दे की एम्स के संबंधित आवासीय परिसर में आम आदमी को जाने की अनुमति नहीं है। मुख्य गेट से भी प्रवेश पत्र अथवा अनुमति मिलने के बाद ही प्रवेश दिया जाता है। सुरक्षा के नाम पर इतनी इतनी चाकचौबंद व्यवस्था के बावजूद सातवीं मंजिल में स्थित फ्लैट में चोरी की वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं।