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ऋषिकेश:राजनीतिक काजल कि वह काल कोठरी है जिससे बेदाग निकलना कठिन होता हैl शायद अजय कोठियाल बेदाग ही रहना चाहते थे और इसलिए वह राजनीति की काजल की कोठरी से बाहर निकल आए ।
राजनीति में पदार्पण को लेकर उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा, पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी के राजनीतिक एजेंडे को उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों पर, विभिन्न वर्गों में पहुंचाने का आपने भरसक प्रयास किया l परंतु उत्तराखंड की जनता ने इस बात को तो स्वीकार किया है कि अजय कोठियाल भला व्यक्ति है, परंतु जिस पार्टी का प्रचार कर रहे हैं वह पार्टी उत्तराखंड में फलीभूत नही हुई है।
कर्नल अजय कोठियाल के बारे में उत्तराखंड में इस बात की चर्चा है कि गलत पार्टी में इस भले व्यक्ति को नहीं होना चाहिए था। जनता की आवाज अजय कोठियाल के कानों तक पहुंची और उन्होंने विगत दिनों आम आदमी पार्टी से अपना त्यागपत्र दे दिया ।
उन्होंने केदारनाथ धाम को पुनर्स्थापित करने के लिए बड़ा योगदान दिया। युवाओं को रोजगार व स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर प्रयत्नशील रहे। आपके शब्दों में कोई भी बनावटपन नहीं है, आप जैसे हैं वैसे ही समाज के सामने हो राजनीति में थोड़ा सा रंग बदलना पड़ता है जो आप नहीं बदल पाए और आप जैसे फौजी वह रंग बदल भी नहीं सकते।
आपका कद उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी से बड़ा है। राष्ट्र के नाम और उत्तराखंड के नाम आपकी अनेक उपलब्धियां है । आप बिना राजनीति के भी बहुत कुछ कर सकते हैं और कर भी रहे है l हम चाहते हैं कि अजय “अजय” ही बने रहे।
भारत सिंह चौहान की कलम से