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ऋषिकेश:ऋषिकेश नगर निगम चुनाव में मेयर लड़ रहे एक प्रत्याशी ने सर्द मौसम में गर्मी पैदा कर दी है,जी हां एक ऐसा नाम जिसने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है,वह नाम है दिनेश चंद्र मास्टर जी,जब से कांग्रेस से बागी होकर मेयर पद के लिए उन्होंने पर्चा दाखिल किया है तब से ऋषिकेश की राजनीति में भूचाल आ गया है।
कांग्रेस के लिए 35 वर्षों तक अपनी सेवा देने के बावजूद कांग्रेस के सच्चे सिपाही कहे जाने वाले दिनेश चंद्र मास्टर जी को ऋषिकेश से कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया,इस बात से आहत होकर उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से स्टीफा दे दिया और निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मेयर पद की दावेदारी करते हुए अपना नामांकन दाखिल कर दिया,बागी हुए दिनेश चंद्र मास्टर जी के साथ एक एक कर बड़ा तबका जुड़ता रहा है,मास्टर की के साथ जहां कांग्रेस से बागी होकर ऋषिकेश के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष सुधीर राय और उनकी टीम ने अपना समर्थन दिया है वहीं मूल निवास और भू कानून संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी और उनके साथियों ने भी मास्टर जी को समर्थन देते हुए उनके साथ कंधे से कंधा मिलाए खड़े हो गए हैं।

कांग्रेस से बागी हुए पूर्व कार्यकारी नगर अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि मास्टर जी पिछले तीन दशकों से कांग्रेस की सेवा कर रहे थे लेकिन उनका टिकट काटना समझ से परे है,उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऋषिकेश में कांग्रेस को खत्म करने में जुट हुए हैं,यही कारण है कि मुझे बागी होना पड़ा,रही बात मास्टर जी की तो उनको सभी लोगों का भरपूर साथ मिल रहा है,पहाड़ के लोग भी चाहते हैं कि मास्टर जी जैसा शिक्षित और सहज स्वभाव व्यक्ति ऋषिकेश का मेयर बने और ऋषिकेश का विकास करे,लोगों की उम्मीदों पर मास्टर जी पूरी तरह से खरा उतरेंगे।मैं और मेरी पूरी टीम उनके साथ है,अब हम जीत के बाद ही रुकेंगे।
दिनेश चंद्र मास्टर जी की एंट्री से ऋषिकेश का चुनावी समीकरण पूरी तरह बदल गया है जहां पहले यह मुकाबला कांग्रेस बनाम भाजपा था वहीं अब यह मुकाबला त्रिकोणीय होता दिखाई दे रहा है,दिनेश चंद्र मास्टर जी के साथ एक विशेष तबका ऐसा जुड़ता जा रहा है जो कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों के प्रत्याशियों को चिंता में डाल रहा है,अब यह देखना चुनाव की बयार किस ओर बहती है और मेयर का ताज किसके सिर सजता है।