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ऋषिकेश:चारधाम यात्रा के लिए पंहुच रहे यात्रियों के साथ कुछ ट्रैवल एजेंसियों द्वारा यात्रियों का फर्जी रजिस्ट्रेशन कर धोखाधड़ी करने की शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा चारधाम यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले मुख्यतः स्थानों को चिन्हित कर पुलिस चौकियों और बैरियर पर रजिस्ट्रेशन चेक करने हेतु निर्देशित किया गया।जिस पर कार्यवाही करते हुए ऋषिकेश पुलिस द्वारा चारधाम यात्रा के फर्जी रजिस्ट्रेशन के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले अलग-अलग मामलों में 1 ट्रेवल्स एजेंट व 1 ट्रेवल्स एजेंसी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
संजय कुमावत पुत्र राधेश्याम कुमावत निवासी मध्य प्रदेश के द्वारा कोतवाली में एक लिखित तहरीर दी गई कि 28 मई को हरिद्वार में एक एजेंट सुमित कश्यप जो हमें हर की पैड़ी की पार्किंग के पास मिला उसके द्वारा हमें बताया गया कि वह चार धाम यात्रा की ऑनलाइन बुकिंग करता है और उसने हमारे 120 आदमियों के ग्रुप को ऑनलाइन चारधाम यात्रा का पंजीकरण कराकर हमें उसका एक कागज पकड़ा दिया। इस ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिए उसके द्वारा हम से 8 हजार लिए गए, जब हम ऋषिकेश क्षेत्र में पहुंचे तो वहां पर पुलिस चेकिंग बैरियर पर हमें यह कहकर वापस लौटा दिया गया कि यह रजिस्ट्रेशन फर्जी है।यात्रियों ने फर्जी रजिस्ट्रेशन करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की है।
इसके साथ ही रामअवतार शर्मा पुत्र किशन चंद शर्मा निवासी मध्य प्रदेश के द्वारा एक लिखित तहरीर कोतवाली में दी गई कि हम 65 लोगों का ग्रुप दिनांक 25 मई को मुरैना से मां गंगा टूर एंड ट्रेवल्स एबी रोड बस स्टैंड थाना सिविल लाइन मुरैना मध्य प्रदेश के माध्यम से उत्तराखंड चारधाम यात्रा के लिए आए थे। उपरोक्त ट्रैवल्स के मालिक रामू सिकरवार उर्फ रामेन्द्र सिंह द्वारा प्रत्येक व्यक्ति से 10 हजार रुपए किराए हेतु लिए गए थे,हमें आश्वासन दिया गया था कि चारधाम यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन कर देंगे, जब हम दिनांक 26 मई को यहां पहुंचे तो हमारे साथ आए ट्रैवल एजेंट रामनिवास धाकड़ एवं शोभन रावत द्वारा हमें यकीन दिलाया गया कि उनके मालिक द्वारा मुरैना में ही चारधाम यात्रा हेतु रजिस्ट्रेशन कराया जा रहा है। तत्पश्चात 29 मई को वह ट्रैवल्स एजेंट के मालिक रामेंद्र सिकरवार द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से हम लोगों को रजिस्ट्रेशन भेजा गया परंतु जब हम लोग ऋषिकेश क्षेत्र में पहुंचे तो पुलिस चेकिंग बैरियर पर चेकिंग के दौरान हमें बताया गया की यह रजिस्ट्रेशन फर्जी है,तथा हम लोगों को वापस कर दिया गया, जिस कारण हम लोग यात्रा नहीं कर पाए हैं,शिकायतकर्ता ने बताया की ट्रैवल एजेंसी द्वारा 6 लाख 40 हजार ठग लिए गए हैं व रजिस्ट्रेशन भी फर्जी कराया गया है।
प्राप्त दोनों लिखित तहरीर के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ऋषिकेश के द्वारा उपरोक्त ट्रैवल्स एजेंट एवं ट्रेवल्स एजेंसी के विरुद्ध कोतवाली में धारा-420 आईपीसी के अंतर्गत अलग अलग मुकदमे पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई है।