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ऋषिकेश:ऋषिकेश एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने का मामला एक बार फिर से सामने आया है। इस बार भी वर्ष 2018-19 में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले जीजा साले ने ही हरिद्वार के युवकों को ठगी का शिकार बनाया है। पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक हरिद्वार निवासी अमित कुमार ने तहरीर देकर पुलिस को बताया कि ऋषिकेश एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर देहरादून में रहने वाले जीजा साले ने 10 लोगों से लाखों रुपए हड़प लिए हैं। रकम मिलने के बाद जीजा साले ने ना तो एम्स में नौकरी दिलाई ना ही उनसे ली गई रकम वापस दी। अमित कुमार ने बताया कि अपनी ऊंची पकड़ का हवाला देकर जीजा साले ने 10 युवकों को ठगी का शिकार बनाया है। बताया कि वर्ष 2018 में उसका संपर्क कुश उनियाल निवासी सुभाष नगर और उसके साले अजय रावत निवासी क्लेमेंट टाउन देहरादून से हुआ था। अमित कुमार के मुताबिक जीजा साले ने एम्स में पीआरओ के पद पर नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके एवरेज में उसे 10.50 लाख रुपए ले लिए। इसके अलावा नौ अन्य परिचितों से भी डाटा एंट्री ऑपरेटर वार्ड अटेंडेंट आदि पद पर नौकरी का झांसा देकर लाखों रुपए लिए गए हैं।
क्लेमेंट टाउन थाना अध्यक्ष शिशुपाल राणा ने बताया कि तहरीर के आधार पर पुलिस ने जीजा साले के खिलाफ धोखाधड़ी करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ने अपनी जांच भी शुरू कर दी है। आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी करने पर पता चला कि उनके खिलाफ वर्ष 2018-19 में ऋषिकेश कोतवाली में भी एम्स ऋषिकेश में नौकरी दिलाने के नाम पर दो मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस हर पहलू पर गौर कर अपनी जांच को आगे बढ़ा रही है। जिससे पीड़ितों को इंसाफ मिल सके और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।