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ऋषिकेश:लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड में अपनी किस्मत आजमा रहे उम्मीदवार ऐसा लग रहा है की मानो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सहारे ही चुनाव जीतने की जुगत में हैं,पांचों सीटों में से हरिद्वार और पौड़ी लोकसभा सीटों के उम्मीदवारों की लोकप्रियता की बात करें तो वह दिखाई नहीं दे रही है,11 अप्रैल को पीएम मोदी ने भी ऋषिकेश में सभा कर उम्मीदवारों के साथ साथ कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया है।लोग पीएम मोदी को तो पसंद कर रहे हैं लेकिन चेहरे से नाखुश भी दिखाई दे रहे हैं।
उत्तराखंड में पांच लोकसभा सीटें हरिद्वार,टिहरी गढ़वाल,पौड़ी गढ़वाल,नैनीताल और अल्मोड़ा लोकसभा सीटें हैं इन सभी पांच सीटों की बात करें तो दो सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है,हरिद्वार में भाजपा के त्रिवेंद्र रावत की कांग्रेस के वीरेंद्र रावत से सीधे टक्कर देखने को मिल सकती है,जानकारों की माने तो हरिद्वार लोकसभा सीट पर ताल ठोकने वाले निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार की वजह से त्रिवेंद्र रावत को नुकसान झेलना पड़ सकता है,वहीं ऋषिकेश में इस बार लीड में कमी देखने को मिल सकती है।त्रिवेंद्र रावत पूर्व मुख्यमंत्री रहे हैं वहीं वीरेंद्र रावत पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के पुत्र हैं।वहीं निर्दलीय प्रत्याशी उमेश कुमार खानपुर विधायक हैं जो कि त्रिवेंद्र रावत के धुर विरोधी माने जाते हैं।
अब बात करें की पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीट की तो पौड़ी में भाजपा और कांग्रेस की सीधी टक्कर देखी जा रही है,भाजपा के अनिल बलूनी और कांग्रेस के गणेश गोदियाल चुनावी मैदान में हैं,चुनाव प्रचार के दौरान कई स्थानों पर भाजपा के प्रत्याशी अनिल बलूनी को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा है,यमकेश्वर क्षेत्र में महिलाओं ने भाजपा प्रत्याशी का विरोध करते हुए यह तक कह डाला था मोदी के नाम पर वोट मांगने आ जाते हैं लेकिन विकास का काम कोई नहीं करता,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लहर के बावजूद भी इस सीट कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।
हालांकि अब यह देखना दिलचस्प होगा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऋषिकेश में हुई रैली का असर हरिद्वार और पौड़ी गढ़वाल लोकसभा सीटों के साथ साथ अन्य सीटों पर कितना पड़ता है या फिर जनता ने प्रत्याशी का चेहरा देखकर वोट डालने का मूड माना लिया है।