Nitya Samachar UK
ऋषिकेश, प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर परमार्थ निकेतन पधारे। उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से भेंट कर आशीर्वाद लिया।उन्होंने गंगा आरती में सहभाग किया, स्वामी चिदानंद ने हिमालय की हरित भेंट रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका अभिनन्दन किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि नाना पाटेकर एक गंभीर व्यक्तित्व के धनी है। उन्होंने अपनी फिल्मों के माध्यम से समाज को जागृत करने का अनुपम कार्य किया है। न केवल उनकी फिल्में बल्कि उनका व्यक्तित्व भी प्रेरणादायक है। स्वामी चिदानंद ने कहा कि नाना पाटेकर वास्तव में बहुमुखी प्रतिभा के धनी है परन्तु वे व्यक्तित्व से एकमुखी है। आज अपने राष्ट्र, समाज और संस्कृति की रक्षा के लिये हर व्यक्ति को एकमुखी होने की जरूरत है।
स्वामी चिदानंद ने कहा कि नाना पाटेकर राजनीति से दूर रहकर अपने जीवन को सात्विक रखते हुये राष्ट्र के लिये समर्पित जीवन जी रहे हैं। उन्होंने जो भी कार्य किये उसमें सागर सी गहराईयाँ और हृदय की विशालता की झलक दिखायी देती है।उन्होंने कहा कि आप ऐसे ही शान्ति, सद्भावना और संस्कृति के लिये कार्य करते रहे ताकि एक शान्ति पूर्ण समाज का निर्माण किया जा सके।भारत की संस्कृति शांति एवं सद्भाव की संस्कृति है और यही इसकी मूल विशेषता भी हैं। भारत ने दुनिया भर में शांति एवं मानवता का संदेश दिया। “वसुधैव कुटुंबकम” की अवधारणा हमारी प्रमुख विशेषता रही है।
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता नाना पाटेकर ने कहा कि मेरा प्लान न होते हुये भी प्लान बन गया। माँ गंगा और स्वामी चिदानंद के दर्शन और आशीर्वाद प्राप्त कर मैं अत्यंत उत्साहित महसूस कर रहा हूँ। मैं इस पावन गंगा तट से एक नई ऊर्जा और दिव्यता लेकर जा रहा हूँ। उन्होंने कहा कि आशीर्वाद के रूप में प्राप्त रूद्राक्ष का पौधा मैं अपने घर जाकर रोपित करूंगा। वास्तव में यह मेरे लिये माँ गंगा का प्रसाद है।