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ऋषिकेश: राज्य में अब कहीं भी कोई दुर्घटना या फिर ट्रैफिक से जुड़ी समस्या पैदा होने पर पहले ड्रोन पहुंचेगा और इसके बाद पुलिस। संबंधित स्थान की लाइव तस्वीरें और वीडियो पुलिस मुख्यालय से लेकर स्थानीय पुलिस अधिकारी के मोबाइल पर होंगे। इससे पुलिस के स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही तो खत्म होगी ही, त्वरित रिस्पॉन्स और सुरक्षा के साथ पुलिसिंग भी बेहतर होगी।
पुलिस दूरसंचार इकाई की इस नए प्रोजेक्ट को जमीन पर उतारने के लिए बाकायदा ट्रायल शुरू कर दिया गया है, जिसके लिए ऋषिकेश क्षेत्र को चुना गया है। यह पूरी योजना स्मार्ट और आधुनिक पुलिस सेवा उपलब्ध कराने की कवायद है। निरीक्षक दूरसंचार मनोज रावत के मुताबिक प्रोजेक्ट के लिए एक निजी एजेंसी को हायर किया गया है। ऋषिकेश क्षेत्र के पांच किलोमीटर के एरिया में ड्रोन सिस्टम का ट्रायल चल रहा है। लिंक के माध्यम से ड्रोन की लाईव तस्वीरों के साथ वीडियो पुलिस मुख्यालय और कंट्रोल रूम से लेकर स्थानीय अधिकारियों तक पहुंचाने के लिए मोबाइल व कंप्यूटर में एजेंसी ने सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया है।
निरीक्षक ने बताया कि किसी भी तरह के हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस को संबंधित घटनास्थल तक पहुंचने में वक्त लगता है, लेकिन ड्रोन तत्काल मौके पर पहुंच सकता है। मौके से लाइव तस्वीरों और वीडियो को लिंक के माध्यम से पुलिस मुख्यालय, कंट्रोल रूम और स्थानीय अधिकारी मोबाइल में इंस्टॉल सॉफ्टवेयर पर आसानी से देख सकते हैं। इससे संबंधित स्थान पर फोर्स की उपलब्धता से लेकर मौजूदा हालातों को समझाने में भी आसानी होगी। पूरी कवायद का मकसद पुलिस स्तर पर किसी भी तरह की लापरवाही को खत्म करना है। ट्रायल सफल होता है, तो उसे पूरे प्रदेश में संचालित करने की योजना है।
