Nitya Samachar UK
ब्यूरो रिपोर्ट:देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने 44 करोड़ से अधिक ग्राहकों को अलर्ट किया है,एसबीआई ने ग्राहकों को दो नंबरों को लेकर सावधान किया है,बैंक ने ग्राहकों को कम्युनिकेशन के अलग-अलग माध्यम जैसे मैसेज, ईमेल और फिशिंग के जरिए धोखाधड़ी को लेकर सचेत किया है, बैंक ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है, इसके साथ ही बैंक ने फ्रॉड से बचने का तरीका भी बताया है, बैंक ने कहा, साइबर अपराधों की रिपोर्ट दर्ज कराएं या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
एसबीआई अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट किया है,बैंक ने कहा, इन नंबर्स से नहीं जुड़ें और केवाईसी (KYC) अपडेट के लिए फिशिंग लिंक पर क्लिक न करें, ये एसबीआई से संबंधित नहीं है,ट्वीट में कहा गया है कि एसबीआई ग्राहकों को 8294710946 और 7362951973 से केवाईसी अपडेट के लिए फिशिंग लिंक पर ने के लिए कहा जा रहा है, एसबीआई ग्राहकों से अनुरोध है कि किसी संदिग्ध या फिशिंग लिंक पर क्लिक नहीं करें।
बैंक ने ट्वीट में कहा, आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, धोखाधड़ी से बचने के लिए इन सुझावों का पालन करें. टेली कॉलर, ईमेल और SMS के माध्यम से प्राप्त KYC अपडेट के संदिग्ध प्रस्तावों से सावधान रहें, अपना पासवर्ड गुप्त रखें और इसे बदलते रहें. हमसे संपर्क करने के लिए केवल हमारी अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध संपर्क विवरण का ही उपयोग करें, साइबर अपराध की रिपोर्ट https://cybercrime.gov.in पर दर्ज करें।
बैंक ने ग्राहकों को अलर्ट करते हुए कहा कि पर्सनल या खाता संबंधी डिटेल किसी के साथ साझा न करें,ऐसे पासवर्ड बनाएं जिनका अनुमान लगाना आसान न हो, अपना एटीएम कार्ड नंबर, पिन, यूपीआई पिन, आईएनबी जैसे डिटेल कहीं भी न लिखें, जिससे धोखेबाज उसे प्राप्त कर सकें, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपना ऐसा पर्सनल डिटेल साझा न करें जिसका धोखेबाज दुरुपयोग कर सकते हैं।
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ग्राहकों को धोखाधड़ी का शिकार होने से बचाने के लिए कई कदम उठाए हैं, हाल ही में, उसने एक बुकलेट जारी किया है जिसमें सभी प्रकार के फ्रॉड के बारे में और इससे बचने का तरीका भी बताया है, RBI के मुताबिक, जालसाज बैंक, ई-कॉमर्स, सर्च इंजन की तरह दिखने वाली एक फिशिंग वेबसाइट बना लेते हैं, इसके बाद धोखेबाज इस लिंक को एसएमएस, सोशल मीडिया, ईमेल या इंस्टैंट मैसेंजर और अन्य माध्यम से बांटे जा रहे हैं।