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ऋषिकेश:जाको राखे साइयां मार सके ना कोई। कबीर दास जी का यह दोहा ऋषिकेश में दो कावड़ियों पर बिल्कुल सटीक साबित हुआ है।
दरअसल ऋषिकेश से हरिद्वार जाते समय दो कांवड़ियां बाइक की आपस में रेस लगाने लगे। हरिद्वार रोड पुरानी चुंगी के निकट एक बाइक अचानक अनियंत्रित हुई और खड़ी कार से टकरा गई। घटना में बाइक सवार दो कांवड़ियां गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनको कार स्वामी मिन्हाल हाशिम ने दरिया दिली दिखाते हुए सबसे पहले अस्पताल पहुंचाया और वहां उनका इलाज कराया। कांवड़ियों के घटना पर माफी मांगने पर मिनहाल हाशिम ने उनसे कार के हुए नुकसान का कोई खर्चा नहीं लिया। मिन्हाल हाशिम की इस अदा पर कांवड़ियां फिदा हो गए और उन्होंने अपना मोबाइल नंबर मिन्हाल हाशिम को दिया और कहा कि वह अंबाला हरियाणा के रहने वाले हैं। कभी अंबाला में उन्हें किसी भी प्रकार की मदद की जरूरत पड़े तो जरूर याद करें। मिन्हाल हाशिम ने बताया कि कांवड़ियों की जान बच गई इससे बड़ी और कोई बात नहीं हो सकती। हालांकि कार के क्षतिग्रस्त होने में कांवड़ियों की गलती थी। लेकिन भोलेनाथ के महापर्व पर्व पर उन्होंने इसे एक एक्सीडेंट मानकर रफा दफा कर दिया।
बता दें की मिन्हाल हाशिम एक समाजसेवी भी है जो समय-समय पर लोगों के सुख-दुख में खड़े होकर उनकी मदद करने का काम करते हैं।







