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ऋषिकेश:उत्तराखंड के मित्र पुलिस केवल नाम की ही नहीं बल्कि हकीकत में भी मित्र है। इसका ताजा नजारा देखने को मिला जब बागेश्वर में तीन दिन पहले मिले एक अज्ञात शव को कांधा देने के बाद इंस्पेक्टर कैलाश नेगी ने सरयू तट पर हिंदू रीति रिवाज के साथ उसका अंतिम संस्कार किया।
यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो उत्तराखंड की मित्र पुलिस को चौतरफा सरहाना मिलनी शुरू हो गई। तरह-तरह की प्रतिक्रियाओं के साथ उत्तराखंड पुलिस के हौसला अफजाई भी लोगों ने की। मामला उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार तक पहुंचा तो उन्होंने भी इस वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करते हुए इंस्पेक्टर कैलाश नेगी की जमकर प्रशंसा की। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि खाकी में इंसान ही रहता है। मानवीय संवेदनाएं सबके साथ जुड़ी होती हैं। इंस्पेक्टर कैलाश नेगी ने जो अंतिम संस्कार किया है। वह लोगों को सीख और प्रेरणा देने वाला संदेश है। बता दें कि कोरोना काल के दौरान भी उत्तराखंड की मित्र पुलिस की कई तस्वीरें ऐसी सोशल मीडिया पर वायरल हुई है जिन्हें लोग आज भी पसंद कर फॉरवर्ड करने में लगे हैं जो मानवीय चेहरा पुलिस का कोरोना काल के दौरान देखने को मिला आज वही चेहरा लोगों के दिलों दिमाग में फिर से रिपीट होता हुआ दिखाई दे रहा है।
डीजीपी के अलावा पुलिस के कई आला अधिकारी इंस्पेक्टर कैलाश नेगी की जमकर सराहना करते हुए थक नहीं रहे हैं। यहां तक की हर जनपद की पुलिस ने भी इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया पेज पर शेयर किया है।