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ऋषिकेश:विस्थापित क्षेत्र में धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माणों से परेशान क्षेत्र के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है।विस्थापित जनकल्याण समिति के अध्यक्ष हरी सिंह भंडारी और मनीष मैठाणी के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने आधे दर्जन से अधिक अवैध निर्माणों को खुद जाकर रुकवाया,लोगों ने एमडीडीए और सरकार को चेतावनी दी है यदि अवैध निर्माण नहीं रुका तो इसके खिलाफ एक बड़ा जन आंदोलन शुरू किया जायेगा।
टिहरी पशुलोक विस्थापित,आम बाग और वीआईपी कालोनी के अवैध निर्माणों को लेकर उच्च न्यायालय में शिकायत के बाद न्यायालय ने इन क्षेत्रों में होने वाले निर्माणों पर रोक लगा दी थी,लेकिन न्यायालय के आदेश के बावजूद बिल्डिंग माफियाओं ने एक नहीं बल्कि सैकड़ों अवैध निर्माण धड़ल्ले से कर डाले और अभी भी जारी है,इतना सबकुछ होने के बावजूद जिम्मेदार विभाग मसूरी – देहरादून विकास प्राधिकरण कोई भी ठोस कार्रवाई करता नजर नहीं आ रहा है।यही कारण है की विस्थापित क्षेत्र के लोगों ने कानून अपने हाथ में लेते हुए अवैध कार्य रुकवाने का जिम्मा उठा लिया है।
रविवार को विस्थापित क्षेत्र के लोगों ने सैकड़ों की संख्या में एकत्रित हो कर अवैध निर्माणों को बंद करवाने के लिए सड़कों पर उतर गए और लोगों ने आधे दर्जन से अधिक अवैध निर्माणों को रुकवा कर सरकार को चेतावनी दी।विस्थापित के लोगों ने एक के बाद एक चल रहे अवैध निर्माणों पर जा कर काम रुकवाया और भविष्य में कार्य न करने की चेतावनी भी दी। विस्थापित जनकल्याण समिति के अध्यक्ष हरि सिंह भंडारी सदस्य मनीष मैठाणी ने बताया कि क्षेत्र के सभी जनप्रतिनिधि सोए हैं या लगता है कि इनकी मिलीभगत से बिल्डिंग माफियाओं को अभय दान मिल रहा है। यही कारण है कि न्यायालय के आदेश के बावजूद धड़ल्ले से अवैध निर्माणों का सिलसिला जारी है।उन्होंने बताया कि लगातार शिकायत होने के बावजूद कार्यवाही ना होता देख अब क्षेत्र के लोगों ने कानून हाथ में लेने का मन बना लिया है, जिसके चलते काम रुकवाया जा रहा है।
प्रदर्शनकारी विस्थापित निवासी विकास अग्रवाल ने बताया कि जिस तरह से अवैध निर्माणों का सिलसिला जारी है उससे लोगों का जीना दुश्वार हो गया है, विभागीय अधिकारी इस पर कोई भी कार्यवाही नहीं कर रहे हैं यही कारण है कि अब विस्थापित के लोगों को ही अवैध निर्माण को रुकवाना पड़ रहा है,विकास ने बताया कि अगर जल्द ही सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है तो एक बहुत बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा।
आपको बता दें कि विस्थापित क्षेत्र में बिल्डिंग माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हैं कि वह नियमों को ताक पर रख 7 से 8 मंजिला ऊंची इमारतों का निर्माण कर रहे हैं, यह निर्माण बदस्तूर जारी है लेकिन एमडीडीए आंखें बंद किए हुए है, इन ऊंची-ऊंची इमारतों और धनाढ्य लोगों के खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है यही कारण है कि अब विस्थापित के लोग खुद ही अवैध निर्माणों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
मौके पर दाताराम बिजल्वण, हरविंद्र सिंह राणा, आशीष रतूड़ी, गंभीर गुलियाल, धर्मेंद्र गुलियाल आदि मौजूद रहें।