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ऋषिकेश:एक वर्ष पूर्व रानी पोखरी में अपनी तीन बेटियों, मां और पत्नी को मौत के घाट उतारने वाले आरोपित महेश कुमार तिवारी की एम्स ऋषिकेश में उपचार के दौरान मौत हो गई। 29 अगस्त 2022 की सुबह हुई इस जघन्य वारदात के आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
पिछले कुछ दिनों से महेश तिवारी बीमार चल रहा था। जिसे कारागार से एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। उसका एम्स ऋषिकेश में उपचार चल रहा था। जहां उसने सोमवार को दम तोड़ दिया। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक केआर पांडेय ने बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
यह था पूरा मामला👇
देहरादून जनपद के रानीपोखरी थाना क्षेत्र अंतर्गत दिल दहलाने वाली घटना सामने आई। एक व्यक्ति ने मामूली बात को लेकर अपनी मां, पत्नी तथा तीन बेटियों की गला काटकर निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी। पुलिस ने हत्यारोपित को मौके से ही गिरफ्तार कर लिया है। हत्या की कोई बड़ी वजह अभी तक सामने नहीं आई है।
मूल रूप से इलाहाबाद रोड थाना अतरहा जिला बांदा, उत्तर प्रदेश निवासी महेश कुमार तिवारी पुत्र दिनेश कुमार तिवारी अपनी मां तथा परिवार के साथ रानीपोखरी के नागाघेर स्थित अपने भाई के मकान में रह रहा था। सोमवार की सुबह करीब 7:00 बजे किसी बात को लेकर महेश का अपनी पत्नी के साथ विवाद हो गया। जिसके बाद महेश ने गुस्से में धारदार हथियार से पत्नी नीतू देवी (36 वर्ष) के गले पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। यह देख कर बच्चों ने चीख-पुकार मचाई तो आरोपित ने एक-एक कर बेटी अपर्णा (13 वर्ष), स्वर्णा उर्फ गुल्लू (11 वर्ष) तथा अन्नपूर्णा (09 वर्ष) की भी गला काट कर हत्या कर दी। पास में ही उसकी मानसिक रूप से बीमार मां भी बैठी थी। पत्नी को अपनी पुत्रियों को मौत के घाट उतारने के बाद महेश ने आखरी में 75 वर्षीय बिटन देवी की भी गला काटकर हत्या कर दी।
शोरगुल सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे आरोपित ने घर की खिड़की व दरवाजे भीतर से बंद किए हुए थे। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस व नागरिकों ने किसी तरह दरवाजा तोड़कर भीतर प्रवेश किया, जहां का मंजर देख कर सभी सन्न रह गए। फर्श पर एक ही कमरे में चार शव पढ़े हुए थे।जबकि एक बेटी स्वर्णा का शव घर की किचन में पढ़ा हुआ था। जबकि आरोपित कमरे में ही मौजूद था, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
सूचना पाकर तत्कालीन डीआइजी गढ़वाल रेंज करण सिंह नगन्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक ऋषिकेश जीसी ढोंडियाल व तत्कालीन पुलिस उपाधीक्षक डोईवाला अनिल शर्मा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर साक्ष्य एकत्र करने के साथ सभी पांच शवों को सील कर पोस्टमार्टम के लिए कोरोनेशन अस्पताल देहरादून भेजा। क्षेत्र में इस निर्मम हत्याकांड से सभी हतप्रभ रह गए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि शुरुआती पूछताछ में हत्या का कोई बड़ा कारण सामने नहीं आया है। उन्होंने बताया कि आरोपित महेश कुमार कोई काम नहीं करता था। विदेश में रहने वाले उसके भाई उसके घर का खर्च चलाते थे। आरोपित अक्सर घर में ही पूजा-पाठ में व्यस्त रहता था। उन्होंने बताया कि सोमवार की सुबह भी आरोपित पूजा कर रहा था, इस बीच रसोई में गैस खत्म होने पर आरोपित की पत्नी ने उसे पूजा से उठाया। जिसको लेकर वह गुस्सा हो गया और उसने इस निर्मम हत्या कांड को अंजाम दिया। आरोपित की एक और बेटी भी है, जो किसी रिश्तेदार के पास रहती है।