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ऋषिकेश:पीसीएस परीक्षा में उत्तराखंड मूल की महिला अभ्यर्थियों के लिए 30% क्षैतिज आरक्षण पर कोर्ट ने स्टे दे दिया है। इस फैसले के बाद महिला अभ्यर्थियों के भविष्य पर अब खतरा मंडराने लगा है। इससे नाराज होकर राज्य के 13 जनपदों की सैकड़ों महिला अभ्यर्थी आज ऋषिकेश पहुंची। सभी ने शहर में रैली निकालकर सरकार से मामले में अध्यादेश जारी करने की मांग की। चेतावनी दी यदि सरकार ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया तो महिला अभ्यर्थी सरकार के खिलाफ को आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगी।
रविवार को श्री भरत मन्दिर झण्डा चौक में एक बैठक आयोजित हुई जिसमें उत्तराखण्ड में महिलाओं के आरक्षण पर उच्च न्यायालय की रोक पर सरकार की भूमिका को लेकर व आरक्षण को बचाने के लिये परीक्षाओं की तैयारी कर रही छात्राओं व विभिन्न दलों के नेताओं ने विचार विमर्श कर आगे की रणनीति पर चर्चा कर बैठक के पश्चात बैठक स्थल से त्रिवेणी घाट तक रैली निकालकर सरकारलके विरूद्ध प्रदर्शन किया ।
कार्यक्रम का संचालन करते हुऐ कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला ने कहा उत्तराखण्ड की महिलाओं ने वर्षों के संघर्ष के बाद उत्तराखण्ड राज्य का गठन करवाया परन्तु आज सरकार की लापरवाही के कारण उत्तराखण्ड की महिलाओं को मिलने वाला आरक्षण आज समाप्त होने की साज़िश रची जा रही है जल्द ही परीक्षार्थियों के साथ मिलकर एक प्रतिनिधि मंडल नेता प्रतिपक्ष व उपनेता प्रतिपक्ष मिलकर शासन स्तर पर इस मामले को उठाया जायेगा ।
यूकेडी नेता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि यह सरकार इस मामले को सुप्रीम कोर्ट ले जाकर मामले को लटकाना चाहती है जबकि सरकार अगर उत्तराखण्ड की महिलाओं की सच्ची हितैषी है तो उसे 30 प्रतिशत आरक्षण पर अध्यादेश लाना चाहिये ।
कार्यक्रम की संयोजक आरुषि कश्यप ने कहा कि हम छात्राओं जहॉं आज परीक्षाओं की तैयारियों पर होना था परन्तु आज मजबूरन हमें सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना पढ़ रहा है आज हमें मिलने वाला 30 प्रतिशत आरक्षण समाप्त किया जा रहा है और प्रदेश से बाहर की महिलाओं को इसका फ़ायदा पहुँच रहा है, हम सरकार से माँग करते हैं कि वे उत्तराखण्ड की महिलाओं को मिलने वाले आरक्षण को किसी भी परिस्थितियों स्थाई रूप से एक्ट के तहत विधानसभा द्वारा लागू किया जाना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को इस परिस्थिति का सामना ना करना पड़े जो आज हम जैसी छात्रा कर रही हैं।
श्यामपुर जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ने कहा कि उत्तराखंड की महिलाओं का हक हम दिलाकर रहेंगे इसको लेकर राजनीति से हटकर लड़ाई लड़ी जाएगी उन्होंने कहा कि हमारी बहन बेटियां सिर्फ घरों में रहने के लिए नहीं बल्कि बाहर निकल कर अधिकारी बनने के लिए भी है।
बैठक में यूजेपी नेता कनक धनाई, शिक्षक संजय सिलस्वाल, शिक्षक हिमांशु रावत, प्रिंसी रावत, कुसुम जोशी, अंशुल त्यागी आदि लोगों ने अपने सुझाव रखे ।
बैठक में आशा नेगी, अनामिका चमोली, सताक्षी शर्मा, दीपांजली त्यागी के मुख्य रूप से भूमिका निभाई ।
कार्यक्रम में मदन मोहन शर्मा, पार्षद राकेश मिया, पार्षद विजय लक्ष्मी शर्मा, पूर्व सभासद राम कुमार संगर, जितेंद्र पाल पाठी, बीना बहुगुणा, सरोजिनी थपलियाल, कृष्णा रमोला, क्वाँरा देवी , मंजू भट्ट, श्वेता बहुगुणा, हर्षिता जोशी, रेनु नेगी, ममता रमोला, राजेन्द्र प्रसाद कोठारी, हरि सिंह नेगी, धर्मेंद्र गुलियाल, जयपाल सिंह, अजय रमोला, सिंहराज पोशवाल, बृज भूषण, गौरव राणा, गौरव कुमार राणा, हिमांशु जाटव, हिमांशु कश्यप, विकास केवट, जितेंद्र त्यागी, रेनू नेगी, ममता रमोला, सावित्री देवी, मंजू क्षेत्री, लक्ष्मी उनियाल, शिल्पी सिंह, यशोदा राणा आदि बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे ।