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ऋषिकेश:ऋषिकेश के विस्थापित कॉलोनी में विरोध के बावजूद बिल्डर अपनी मनमानी करने से पीछे नहीं हट रहे हैं। लगातार बहुमंजिला अवैध इमारतों का निर्माण कार्य जारी है। यह नजारा देखने के बाद विस्थापित कॉलोनी के निवासी भड़क गए हैं। उन्होंने एमडीडीए कार्यालय का घेराव कर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। आरोप लगाया कि एमडीडीए के अधिकारी राजनीतिक दबाव में अवैध बिल्डिंगों पर सीलिंग की कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। उन्होंने दो बिल्डिंगों को मुख्य रूप से चिन्हित करते हुए सीलिंग करने का अल्टीमेटम अधिकारियों को दिया है। पांच दिन में कार्रवाई नहीं होने पर एमडीडीए के कार्यालय में तालाबंदी करने की चेतावनी भी दी है।
मंगलवार को विस्थापित समन्वय विकास समिति के बैनर तले विस्थापित कॉलोनी में रहने वाले दर्जनों लोग एकत्रित होकर एमडीडीए के कार्यालय का घेराव करने पहुंच गए। कार्यालय के बाहर लोगों ने एमडीडीए के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इस दौरान एमडीडीए के उप सचिव को संबोधित एक ज्ञापन सहायक अभियंता राजेंद्र बहुगुणा को सौंपा। लोगों ने अवगत कराया कि विस्थापित कॉलोनी में दर्जनों अवैध इमारतों का निर्माण कार्य चल रहा है। एमडीडीए ने कुछ इमारतों को सील तो किया है मगर उन्हें भी आंतरिक तौर पर चोर रास्ते से निर्माण कार्य किया जा रहा है। जबकि अन्य बिल्डिंगों पर राजनीतिक दबाव के चलते एमडीडीए सीलिंग की कार्रवाई करने को तैयार नहीं है। विस्थापित कॉलोनी के निवासियों और बिल्डरों के बीच आपसी टकराव की स्थिति बन रही है। विरोध करने वालों को बिल्डर धमकाने में भी लगे हुए हैं। इसलिए मजबूरी में विस्थापित कॉलोनी के लोगों को एमडीडीए का कार्यालय का घेराव करना पड़ा है। मुख्य रूप से विस्थापित कॉलोनी के लोगों ने प्रतीक जैन और मुकेश जैन की बिल्डिंगों पर अपना निशाना साधा है। उन्होंने दोनों बिल्डिंगों में चल रहे अवैध निर्माण का जिक्र करते हुए कार्रवाई करने की मांग तत्काल की है। चेतावनी दी है यदि पांच दिनों के अंदर दोनों और अन्य बिल्डिंगों पर सीलिंग की कार्रवाई विभाग नहीं करता तो कॉलोनी के लोग आंदोलन करते हुए एमडीडीए के कार्यालय में तालाबंदी करने के लिए मजबूर होंगे। जिसकी पूरी जिम्मेदारी विभाग की होगी। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका लगाई गई थी जिस के आदेशानुसार विस्थापित कॉलोनी में किसी भी बहुमंजिला इमारत के निर्माण पर रोक लगाई गई है और वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य यह सीधे-सीधे कोर्ट के आदेशों का भी उल्लंघन है।
वहीं इस मामले में एमडीडीए के सहायक अभियंता राजेंद्र बहुगुणा ने बताया की पूर्व ने एमडीडीए के द्वारा कुछ अवैध निर्माण सील किए गए थे,अभी अन्य निर्माण भी चिन्हित किए गौर हैं जल्द ही उन अवैध निर्माणों को भी सील किया जाएगा।