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ऋषिकेश:भारी बारिश की वजह से ऋषिकेश के कई इलाकों में जल भराव से बाढ़ जैसे हालात दिखाई दे रहे हैं। घबराहट की वजह से कई इलाकों के रहने वाले लोगों ने रात जगा कर गुजरी है। गंगानगर, शिवाजी नगर,माया कुंड,चंद्रेश्वर नगर,शीशम झाड़ी, गौहरी माफी,आईडीपीएल जैसे इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों में बारिश का पानी घुसने की जानकारी मिली है।
ऋषिकेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से जहां 71 साल का रिकॉर्ड बारिश ने तोड़ दिया है वही ऐसे ऐसे इलाकों में पानी घरों के अंदर घुसा है जहां कभी लोगों ने सड़क पर भी पानी नहीं देखा था फिलहाल हम बात कर रहे हैं शिवाजी नगर क्षेत्र की जहां रंभा नदी के किनारे बसे लोगों के घरों में उफनती नदी का पानी घुस गया है, मदद की गुहार लगाए जाने पर पुलिस और एसडीआरएफ की टीम शिवाजी नगर में पहुंची हुई है,जिसने दर्जनों लोगों को घरों से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है हालात ऐसे हैं कि लोग अपने घरों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं,एसडीआरएफ और पुलिस ने लोगों से अपील करी है कि किसी भी प्रकार की विपदा में वह कंट्रोल रूम नंबर 112 को फोन करके मदद ले सकते हैं,एसएसआई दर्शन काला ने बताया कि शिवाजी नगर में रंभा नदी के किनारे रहने वाले लोगों के घरों में पानी भरने की सूचना मिली थी, इस आधार पर एसडीआरएफ के साथ में मौके पर पहुंचे, दर्जनों लोगों को घर से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पहुंचा दिया है।
दे रात भारी बारिश की वजह से आम बाग में पानी भर गया जिसकी वजह से कई घरों में भी पानी घुसा गया, सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ और पुलिस की टीम पहुंची और प्रभावित लोगों को बचाया,अभी भी सड़क पर पानी जमा हुआ है।
ऋषिकेश शिवाजी नगर क्षेत्र में रात से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने के बाद लोग डरे सहमे हुए हैं, सुबह तड़के एसडीआरएफ और पुलिस की टीम के साथ-साथ स्थानीय पार्षद लव कंबोज और कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू में हाथ बंटाते हुए लोगों को सकुशल सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
एसडीआरएफ और पुलिस लगातार तटीय इलाकों पर अपनी नजर बनाए हुए हैं,लोगों ने बताया कि रंभा नदी का पानी कभी इतना तेजी से नहीं आया कि उनके घरों में घुस जाए, पहली बार ऐसा नजारा देखने को मिल रहा है,प्रशासन ने लोगों से इतिहास बरतने की अपील की है।वहीं पानी बढ़ने की की वजह से एक बाइक और एक स्कूटी भी बह गई।लोगों ने बताया कि उनकी पूरी रात डर डर के बीती है,हर एक आवाज उनको डरा रही थी,लोगों ने एसडीआरएफ और पुलिस का धन्यवाद किया।