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ऋषिकेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वकांक्षी योजना नमामि गंगे के तहत तीर्थक्षेत्र ऋषिकेश के दूषित पानी को मोक्षदायिनी गंगा में गिरने से रोकने का काम अभीतक पूरा ही नहीं हो पाया है। सर्वहारानगर में संबंधित निर्माण एजेंसी दो साल बाद भी सीवरेज पंपिंग स्टेशन (एसपीएस) का निर्माण पूरा नहीं कर पाई है, जिससे स्थानीय लोगों की दुश्वारियां बढ़ी हुई हैं,लापरवाह अधिकारियों और निर्माण एजेंसी के खिलाफ पार्षद विकास तेवतिया अपनी पत्नी के साथ आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
शिकायत पर शनिवार को पार्षद विकास तेवतिया निर्माण एवं अनुरक्षण इकाई गंगा और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने निर्माणाधीन पंपिंग स्टेशन के निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को स्थानीय लोगों की दिक्कतों से अवगत कराया। बताया कि दो साल बाद भी सीवरेज पंपिंग स्टेशन का काम अधूरा है। निर्माण एजेंसी ने जगह-जगह सड़क को खोदा है। अधूरे निर्माण की वजह से नालियों के दूषित पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। समस्या के निस्तारण को पार्षद के मुताबिक अधिकारियों ने 30 अप्रैल तक वक्त लिया है।
बावजूद, ऐसा नहीं होता है, तो वह पार्षद पत्नी तनु तवेतिया के साथ धरना-प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार गंगा की स्वच्छता को लेकर नमामि गंगे योजना के तहत गंगा में गिरने वाले तमाम नालों की टेपिंग करा रही है। इन नालों को टेप कर दूषित पानी का ट्रीटमेंट करने के लिए बड़े-बड़े प्लांट स्थापित किए हैं, जिनमें अकेले तीर्थक्षेत्र ऋषिकेश में ही करोड़ों रुपए के प्लांट बनाए गए हैं। अधिकारियों की लापरवाही से पीएम की महत्वकांक्षी योजना पर न सिर्फ पलीता लग रहा है, बल्कि लोगों की परेशानियां भी बढ़ी हुई हैं।