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ऋषिकेश:ऋषिकेश में वीरभद्र मंदिर के निकट वीरपुर खुर्द में ट्यूशन पढ़कर वापस लौट रही कक्षा 6 की छात्रा दो सांडों की लड़ाई के बीच फंस गई। घटना में आवारा सांडो ने छात्रा को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे छात्रा को काफी चोट आई है। मौके पर घटना के बाद छात्रा बेहोश भी हो गई। जिसे स्थानीय लोग सरकारी अस्पताल उपचार के लिए लेकर पहुंचे। जहां उपचार के बाद छात्रा को छुट्टी दे दी गई। इस हादसे के बाद से छात्रा काफी डरी हुई है और वह घर से बाहर निकालने की हिम्मत भी नहीं जुटा पा रही है। छात्रा का नाम रिया सिंह पुत्री वीरेंद्र सिंह है। जो वीरपुर खुर्द में रहती है। छात्रा की माता अनीता ने नगर निगम से आवारा सांडों को पड़कर शिफ्ट करने की मांग की है। जिससे लोगों की जान खतरे में ना पड़े।
बता दें कि शहर के साथ अब आसपास के इलाके में भी आवारा सांडों का कहर बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। जिसका खामियाजा बच्चों और बुजुर्गों को अपनी जान खतरे में डालकर भुगतना पड़ रहा है। स्थानीय लोग कई बार आवारा सांडों को पड़कर शिफ्ट करने की मांग कर चुके हैं। बावजूद इसके अभी तक शहर और आसपास के इलाके में दर्जनों सांडों को सड़कों पर घूमते हुए देखा जा रहा है। आवारा सांडों की लड़ाई की वजह से शहर में अभी तक कई हादसे हो चुके हैं। जिनमें कई लोगों की जान भी जा चुकी है। सोशल मीडिया पर भी आवारा सांडों की लड़ाई और उनके सड़कों पर घूमने की वीडियो काफी सारी इन दोनों वायरल है। इन वीडियो को वायरल करने का मकसद जिम्मेदारों को अपनी जिम्मेदारी के प्रति आगाह करना नजर आ रहा है।
लाखों खर्च फिर भी सड़क पर आवारा पशु
नगर निगम ऋषिकेश ने आवारा पशुओं को शहर से बाहर करने के लिए बड़े बड़े दावों के सात साथ लाखों रुपए भी खर्च कर चुकी है लेकिन स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है,ऋषिकेश में तो आलम यह हो गया है कि सांड लोगों के घरों में घुस आतंक मचा रहे हैं,वहीं अगर हम बात करें एम्स रोड की तो अकेले इस रोड पर लगभग 150 आवारा पशु घूम रहे हैं।
पार्षद ने कहा अधिकारियों के खिलाफ दर्ज कराएंगे मुकदमा
वीरपुर खुद के पार्षद लव कॉम्बोज ने कहा कि नगर निगम के अधिकारी निकम्मे और निठल्ले हैं,कई बार आवारा पशुओं को शिफ्ट करने के लिए प्रस्ताव दिए गए लेकिन इस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई,वहीं उन्होंने कहा कि मेरे वार्ड में है धाम है जो पशुलोक की भूमि पर है निगम को सुझाव दिया गया था कि दोनों विभाग आपस में बात कर वारा पशुओं को यहां रख सकते हैं लेकिन नगर आयुक्त ने यह दलील दी कि हरिद्वार में किसी संस्था ने बात चल रही है जल्द ही पशु वहां भेजे जाएंगे,पार्षद ने यह भी कहा कि अगर अब कोई भी व्यक्ति आवारा पशुओं की चपेट में आकर घायल होता है तो उनके परिजन अगर साथ देंगे तो निगम के अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
वहीं इस संबंध में नगर आयुक्त शैलेन्द्र सिंह नेगी का कहना था कि आवारा पशुओं की समस्या का समाधान करने के लिए निगम भरसक प्रयास कर रहा है,उच्च अधिकारियों को भूमि उपलब्ध कराने के लिए पत्र भेजा गया है,जल्द ही भूमि चिन्हित कर कांजी हाउस बनाकर आवारा पशुओं को शिफ्ट किया जाएगा।

