दिल्ली। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करने के लिए दिल्ली में आज अहम बैठक होने वाली है। इस बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और महामंत्री संगठन अजेय कुमार मौजूद रहेंगे।
आलाकमान के साथ होने वाली इस बैठक में सभी दावेदारों के नाम पर मंथन होगा और उसके बाद उम्मीद की जा रही है कि आज ही पांचो सीटों पर नाम फाइनल कर दिए जाएंगे और सही वक्त आने पर उनका औपचारिक ऐलान भी कर दिया जाएगा। चर्चा तो इस बात को लेकर है कि पहले ही पैनल में एक या दो नाम बचे हुए हैं जिन्हें दिल्ली दरबार से हरी झंडी मिलनी है
कि उनमें से कौन उम्मीदवार होगा इस बात को लेकर क्योंकि कल देहरादून में बैठक हुई थी और उसमें 55 दावेदारों के नाम दिल्ली भेजने की बात कही गई थी लेकिन सूत्र बताते हैं कि दिल्ली में पहले से ही चिंतन और मंथन का दौर चल रहा है फाइनल स्तर पर लिस्ट पहुंच रही है यानी जो 55 दावेदारों के नाम भेजे गए हैं वह सिर्फ औपचारिकताएं हैं फॉर्मेलिटी हैं और अब दिल्ली दरबार से ये फैसला होगा कि पांचों लोकसभा सीटों पर किस उम्मीदवार बनाया जाए।
तीन सांसदों के टिकट कटना तय सूत्र यह भी बताते हैं कि तीन सांसदों के टिकट पर खतरा है यानी जो सिटिंग सांसद हैं उनमें तीन के टिकट कट सकते हैं और वो तीन कौन हैं और दो सीट जो बची हुई है जिनमें सिटिंग सांसदों को टिकट मिल सकता है उसे पर भी तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं जब तक औपचारिक ऐलान हो नहीं जाता तब तक इस सर अटकलें ही कहा जाएगा, लेकिन इतना तय है
पुख्ता सूत्रों के मुताबिक की तीन मौजूदा सांसदों के टिकट भारतीय जनता पार्टी ने काटने का फैसला कर लिया है। आने वाले वक्त में कभी भी उत्तराखंड से जुड़े उम्मीदवारों का ऐलान हो सकता है और फिर ये तस्वीर साफ हो जाएगी कि बीजेपी ने इस बार क्या रणनीति रखी है किस स्तर पर किस आधार पर उत्तराखंड के लिए टिकट दिए हैं ।
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान मार्च में कभी भी हो सकता है और चर्चा इस बात को लेकर है कि उत्तराखंड के टिकट भी पहले आ जाएंगे क्योंकि उत्तराखंड में शायद पहले या दूसरे चरण में ही चुनाव हो जाएं इस बात को लेकर भी चर्चाएं चल रही हैं। फिलहाल आज की बैठक पर सब की निगाहें रहेंगी। दिल्ली में अहम बैठक उत्तराखंड से जुड़ी हुई होने वाली है जो बीजेपी की तो उत्तराखंड के सांसद बनने के चाहत रखने वाले नेताओं के लिए या लोकसभा का टिकट चाहने वाले नेताओं के लिए आज का दिन बाद महत्वपूर्ण है अब आल्हा कमान किसी पर मेहरबान होगा भाजपा में यही सबसे बड़ा सवाल है।