यूपीएएसआई 2000 सदस्यों की संख्या पार कर विश्व की दूसरी सबसे बड़ी सर्जिकल सोसाइटी बनी
देहरादून।17 से 19 नवंबर 2023 को श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज (एस.जी.आर.आर.आई.एम.एण्ड एच. एस.) में तीन दिवसीय यूपीएएसआईकोन-2023 सम्मेलन का आयोजन किया गया। एसोसिएशन आफ सर्जनस आफ इंडिया (ए.एस.आई.) के उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड चैप्टर के 49वें राज्य स्तरीय वार्षिक सम्मेलन में, देश भर से 500 सर्जनों ने भाग लिया। इस सम्मेलन में सर्जनों ने देश और विश्व में हो रहे आधुनिक शोध, अनुसंधान, और मॉडर्न सर्जरी तकनीकों पर मंथन किया। वार्षिक सम्मेलन में, देशभर से आए सर्जनों ने 100 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए।
श्री गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज के सभागार में, यूपीएएसआईकोन-2023 के शुभारंभ सम्मेलन में मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष, एसोसिएशन आफ सर्जन्स आफ इंडिया, डॉ. संजय कुमार जैन, विशिष्ट अतिथि, पूर्व अध्यक्ष एसोसिएशन आफ सर्जन्स आफ इंडिया, डॉ. एस.के.मिश्रा, विशिष्ट अतिथि एवं अध्यक्ष नेपाल सर्जिकल सोसाइटी, डॉ. सुनील कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष एसोसिएशन आफ सर्जन्स आफ इंडिया एवं अध्यक्ष यूपीएएसआई, डॉ. प्रोबल नियोगी, पूर्व अध्यक्ष, यूपीएएसआइ, एवं कार्यक्रम के आयोजन सचिव, डॉ. जे.पी.शर्मा, एसजीआरआरआर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य, डॉ. आर.के. वर्मा, और विभागाध्यक्ष सर्जरी, श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज एवं कार्यक्रम के चेयरमैन, डॉ. अनुराग बिजलवाण ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलन किया। मुख्य अतिथि डॉ. संजय कुमार जैन ने अपने सम्बोधन में कहा कि यूपीएएसआई एसोसिएशन आफ सर्जन्स आफ इंडिया एक उत्कृष्ट इकाई है। उन्होंने तीन दशकों से अधिक समय से एसोसिएशन आफ सर्जन्स आफ इंडिया के निरंतर सदस्य रहने वाले सभी वरिष्ठ सदस्यों का मंच पर सम्मानित किया और उनकी सर्जरी एवं समाज सेवा में योगदान की बड़ी प्रशंसा की।
विशेष अतिथि डॉ. एस.के.मिश्रा ने यूपीएएसआई के आने वाले पचासवें सालगिरह पर आगामी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यूपीएएसआई ने अपने अस्तित्व के दौरान कई मील के पथरों को पार करके सफलताएं प्राप्त की हैं। डॉ. सुनील कुमार शर्मा ने बताया कि जिस तरह भारत ने आज चाँद पर कदम रखा है, उसी तरह ए.एस.आई और यूपीएएसआई भी निरंतर सफलता की दिशा में अग्रणी हैं। डॉ. प्रोबल नियोगी ने कहा कि यूपीएएसआई ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अधिभूत सर्जन समाज के आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लिए समय-समय पर मुफ्त सर्जरी कर मानव सेवा को समर्पित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि यूपीएएसआई ने 2000 सदस्यों की संख्या को पार करके विश्व की दूसरी सबसे बड़ी सर्जिकल सोसाइटी बन गई है, जो देश के लिए एक गर्वनीय क्षण है। डॉ. जे.पी.शर्मा ने देश भर से आए वरिष्ठ और युवा सर्जनों का स्वागत किया और यह कहा कि यूपीएएसआईकोन-2023 सर्जनों के लिए ज्ञान बाँटने और समस्याओं का समाधान करने के लिए एक अद्वितीय मंच है।
कार्यक्रम में डाॅ बी.के गुप्ता, डाॅ पुनीत, डाॅ प्रशांत लावानिया, डाॅ विनोद जैन, डाॅ अमित अग्रवाल, डाॅ ए.ए.सोनकर डाॅ मनोज पाण्डे, डाॅ समीर कुमार, डाॅ अमित श्रीवास्तव व डाॅ अंकुर बंसल ने भी माॅर्डन सर्जरी की विभिन्न तकनीकों पर प्रकाश डाला। सम्मेलन में देश के विभिन्न प्रतिष्ठित मेडिकल काॅलेज से आए शल्य -चिकित्सकों (सर्जनो) द्वारा विभिन्न प्रकार की जटिल शैल्य-प्रक्रियाओं (सर्जरियों) को सफलतापूर्वक करने की विधियो को पूर्व मे की गईं शैल्य-क्रियाओं (सर्जरियों) के चलचित्र( विडियो प्रस्तुतिकरण) के माध्यम से विस्तारपूर्वक समझाया गया। सर्जरी के विभिन्न विषयों पर आधारित पोस्टर प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। डाॅ जे.पी.शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। यूपीएएसआईकोन-2023 को सफल बनाने में डॉ आलोक वर्धन माथुर, डॉ मधुलता राणा, डाॅ प्रदीप सिंघल, डाॅ अजय वर्मा का विशेष सहयोग रहा।