



ऋषिकेश।कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने मंगलवार दोहपर को नेशनल हाईवे पर सरेआम उनपर हमले को निचता की पराकाष्ठा बताया है। उन्होंने हमले के महज कुछ देर बाद ही कांग्रेसियों के कोतवाली में जुटने पर भी सवाल खड़े किए हैं। ईंट और पत्थर से हमला करने वाले शख्स के बचाव में कांग्रेस हमदर्दी भी कई सवालों को जन्म देती है।

Nitya Samachar UK के साथ खास बातचीत में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि वह रोजाना की तरह क्षेत्र में प्रस्तावित कार्यक्रमों शामिल होने पहुंचे थे। श्रीभरत मंदिर इंटर कॉलेज में एक आयोजन से होकर वह परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंच रहे थे। इसीबीच नेशनल हाईवे पर कोयलघाटी के पास जाम में उनका काफिला रूका। दावा है कि बाइक सवार सुरेंद्र सिंह नेगी व एक अन्य शख्स बगल में थे। उन्होंने कई तरह के आरोप लगाते हुए गाली-गलौच शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन सुरेंद्र नहीं माना। बाइक सवार उसके साथी ने भी बदसलूकी। सुरक्षाकर्मियों ने उन्हे हटाने का प्रयास किया। इसबीच सुरेंद्र ने आपा खोते हुए ईंट-पत्थर उठाने का प्रयास किया, तो सुरक्षाकर्मियां ने उसे घेर लिया।
यहां भी उसे समझाते हुए काफिले को आगे बढ़ने की बात की गई। इसबीच सुरेंद्र ने गिरेबान पर हाथ डालने हुए कुर्ता फाड़ दिया। मंत्री अग्रवाल ने बताया कि इस घटनाक्रम के महज कुछ देर बाद ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं के कोतवाली में पहुंचने की कॉल से काफी कुछ समझ में आता है। यह राजनीति और निचता की पराकाष्ठा के सिवाए कुछ नहीं है। सुरेंद्र के व्यक्तिगत जीवन की हकीकत जगजाहिर है। उसके परिजनों ने भी काफी कुछ कहा है। महज यह घटना नहीं, बल्कि उसके अभीतक के पूरे इतिहास को भी जानने की जरूरत है।







