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ऋषिकेश:”सैयां भए कोतवाल तो डर काहे का” जी हां ऋषिकेश में भाजपा के पूर्व राज्यमंत्री का अवैध निर्माण यही गवाही दे रहा है,प्रशासन भी सत्ता के दबाव में अपंग दिखाई दे रहा है,पूरा मामला ऋषिकेश बद्रीनाथ रोड के चंद्रभागा पुल के निकट बन रही एक बहुमंजिला इमारत से जुड़ा है।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व राज्य मंत्री की पत्नी के नाम से चंद्रभागा पुल के पास छह मंजिला अवैध भवन का निर्माण धड़ल्ले से जारी है,निर्माण को लेकर स्थानीय पार्षद के साथ लोगों ने भी कई बार प्रशासन से शिकायत कर चुके हैं, इतना ही नहीं डीएम दरबार के साथ साथ सीएम पोर्टल तक इस अवैध निर्माण की शिकायत हो चुकी है,लेकिन कोई भी इनके खिलाफ ठोस कार्यवाही करने की जहमत नहीं उठा पा रहा है।
सोमवार को अवैध भवन निर्माण के खिलाफ स्थाई लोगों ने विरोध किया,इस दौरान इमारत का निर्माण कर रहे ठेकेदार और विरोध कर रहे लोगों के बीच में तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि दो मंजिल का नक्शा पास करा कर बहुमंजिला इमारत खड़ी की जा रही है। जिससे इमारत के आसपास रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एमडीडीए सत्ता पक्ष के दबाव में इमारत के मालिक पर इसलिए कार्रवाई नहीं कर रहा है कि उसका दबदबा भाजपा के साथ संघ में है।
लोगों ने आरोप लगाया कि नक्शा बेसमेंट और दो मंजिल का पास है। जबकि इमारत में छठी मंजिल पर लिंटर डालने की तैयारी की जा रही थी। हरेला पर्व की छुट्टी होने का फायदा उठाकर लिंटर डालकर इमारत में निर्माण कार्य किया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा कर शांत कराया।
इस दौरान कांग्रेस नेता जयेंद्र रमोला ने एमडीडीए के खिलाफ जमकर हल्ला बोला। कहा कि गरीबों के निर्माणों पर सीलिंग की कार्रवाई करने वाली एमडीडीए रसूख के आगे झुकी हुई नजर आ रही है। मौके पर स्थानीय पार्षद शकुंतला शर्मा के बेटे नीरज शर्मा ने आरोप लगाया कि इमारत के निर्माण कार्य के विरोध करने पर उनकी माता शकुंतला शर्मा के साथ बदसलूकी भी की गई है।
एसडीएम सौरभ असवाल ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। पहले भी कई बार काम रुकवाया गया है। आज भी निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। इमारत के दस्तावेज दिखाने के लिए कहा गया है। यदि दस्तावेज दिखाए बगैर नियमों के विरुद्ध युद्ध इमारत का निर्माण किया गया तो मालिक के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

