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ऋषिकेश:ऋषिकेश की आवास विकास कॉलोनी में करीब ढाई महीने का भ्रूण संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने से सनसनी फैल गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भ्रूण को कब्जे में लेकर एम्स ले गई। पुलिस का कहना है कि भ्रूण का डीएनए टेस्ट कराकर सुरक्षित रखा जाएगा। फिलहाल मामले में अग्रिम जांच और कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
घटना सोमवार के दोपहर करीब 2 बजे की बताई जा रही है। जब समाजसेवी रोमा सहगल ने एम्स पुलिस चौकी को सूचना दी कि एक घर के बाहर करीब ढाई महीने का भ्रूण संदिग्ध परिस्थितियों में पड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के लोगों से इस संबंध में जानकारी हासिल की। पूछताछ करने के बाद पुलिस भ्रूण को कब्जे में लेकर एम्स (AIIMS) ले गई। पुलिस क्षेत्र अधिकारी पूर्णिमा गर्ग ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। भ्रूण का डीएनए (DNA) टेस्ट करा कर सुरक्षित रखा जाएगा। पुलिस टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है। जिससे कि यह पता चल सके कि आखिरकार भ्रूण कॉलोनी में कैसे आया और किसने फेंका। जांच के बाद जो तथ्य सामने आएंगे उसे आधार पर मामले में अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि संदिग्ध परिस्थितियों में भूमि के मिलने से कॉलोनी में तरह-तरह की चर्चाएं लोग आपस में कर रहे हैं। समाज सेवी रोमा सहगल ने आशंका जताई है कि शायद किसी ने अस्पताल में भ्रूण का लिंग जांच कराया है। यह भ्रूण बेटी का है। इसलिए इसे दुनिया में आने से पहले ही मारकर फेंक दिया गया है।हालांकि जांच के बाद ही इस मामले में कुछ स्पष्ट कहा जायेगा.







